होली
आई रे आई होली
आजा मेरे हमझोली
खेलेंगे हम होली
बनाकर अपनी टोली
आई रे आई होली
आजा मेरे हमझोली
तू कितनी भोली
प्यारी लगे तेरी बोली
आई रे आई होली
आजा मेरे हमझोली
खेलेंगे हम होली
रंगों का हे यह त्यौहार
लाता है खुशिया अपार
साल में आता हे यह एक बार
हो जाता हे चेहरा गुलाल
रंग डाले नर-नारी
छोड़े एक दूसरे पर पिचकारी
रंग हे प्रेम की बोली
प्यारी लगे तेरी बोली
आई रे आई होली
आजा मेरे हमझोली
खेलेंगे हम होली
खाएंगे हम भंग
हो जाएंगे बेढंग
पानी डालेंगे ,रंग डालेंगे
गुलाल उड़ाएंगे ,गुब्बारे मारेंगे
आयेंगा बड़ा मजा ओ गोरी
आई रे आई होली
आजा मेरे हमझोली
खेलेंगे हम होली
प्रदीप कछावा
7000561914
prkrtm36@gmail.com
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