प्यार
ओ गोरी, तू ही हे मेरा प्यार
तुझे ही बनाऊंगा, में अपना यार
जब से तुझे देखा हे ,खोया- खोया रहता हूँ
तेरी ही यादों में, मैं सोया- सोया रहता हूँ
तुझे ही, अपना प्यार में कहता हूँ
अब तो तेरे बिना, मैं तो नहीं रहता हूँ
तेरे दिल से जुड़ गया, मेरे दिल का तार
ओ गोरी,तू ही हे मेरा प्यार
तुझे ही बनाऊंगा, मैं अपना यार
तू लगे , मुझे बड़ी ही प्यारी
तेरी मुस्कान, दुनिया से निराली
बनी रहे, तेरी- मेरी ये यारी
तू बन जा, अब तो मेरी प्यारी
एक बार में पहनादू, तुझे फूलो का हार
ओ गोरी तू ही हे ,मेरा प्यार
तुझे ही बनाऊंगा ,मैं अपना यार
तेरे लिये, कुछ भी कर जाऊँगा
अगर तू ना मिली, तो में मर जाऊँगा
एक दिन तुझे, मेरे घर लाऊंगा
तू मिल जाये तो, मैं तर जाऊँगा
जल्दी हो जाये, अपनी आँखे चार
ओ गोरी, तू ही हे मेरा प्यार
तुझे ही बनाऊंगा, में अपना यार
प्रदीप कछावा
700561914
prkrtm36@gmail.com
Comments