इस जिंदगी में हे, सभी को कई गम
ये होते नहीं हे, जिंदगी में कभी कम
एक गम, ना भुला पायेंगा
तो दूसरा गम, चला आयेंगा
और दूसरा गम ना, भुला पायेंगा
तो तीसरा गम, चला आयेंगा
ये सिलसिला ना होगा, कभी कम
इस जिंदगी में हे, सभी को कई गम
ये होते नहीं हे, जिंदगी में कभी कम
क्यों तू, हमेशा सोचता रहता हे
दिल ही दिल में, क्या कहता हे
क्यों तू, इतना गम सहता हे
कब आएंगे अच्छे दिन, ये दिल कहता हे
जिंदगी में हार के ना हो, कभी हिम्मत कम
इस जिंदगी में हे, सभी को कई गम
ये होते नहीं हे, जिंदगी में कभी कम
किसी को बीमारी का, किसी को बेरोजगारी का, हे गम
इस गम को ,भुलाने के लिए, तू मत पी यार रम
खुश रहकर तू कर , अपने पर रहम
हौसला , हिम्मत और रखना तू दम
दुनिया के है बड़े, कठोर ये नियम
रखना पड़ेगी तुझे शांति और संयम
क्योंकि जीवन का यही है , आलम
अभी परिस्थितियां है, बहुत ही विषम
जिंदगी का रास्ता है, बहुत ही दुर्गम
दुनिया के है बड़े, कठोर ये नियम
इस जिंदगी में हे, सभी को कई गम
ये होते नहीं हे, जिंदगी में कभी कम
क्योंकि जीवन का यही है , आलम
अभी परिस्थितियां है, बहुत ही विषम
जिंदगी का रास्ता है, बहुत ही दुर्गम
दुनिया का गम देखकर, हो गई मेरी आँखें नम
इस जिंदगी में हे, सभी को कई गम
ये होते नहीं हे, जिंदगी में कभी कम
प्रदीप कछावा
7000561914
prkrtm36@gmail.com
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