मन ना लागे
तेरे बिना मेरा मन, ना लागे
एक बस दिल को, तू ही भावे
तेरे बिना मेरा मन, ना लागे
मन एक बस, तुझमे ही बसा हे
मन एक बस , तुझमे ही रचा हे
मेरा मन बस, तुझमे ही लागे
तेरे लिए ये, दिन-रात जागे
मेरा मन बस, तुझको ही मांगे
तेरे बिना मेरा, मन ना लागे
मन बस तुझको ही ताके
मन तेरी ओर ही झांके
ये मुझे क्या हो गया हे
ये मन तो तुझमे ही, खो गया हे
ये मन तो, तेरी और ही भागे
तेरे बिना मेरा, मन ना लागे
तेरे बिना मन को, चैन ना आवे
बस एक तू ही, मन को भावे
क्या करू, कुछ समझ ना आवे
बस एक तू ही, मन को भावे
मेरा मन बस, तुझको ही मांगे
तेरे बिना मेरा, मन ना लागे
प्रदीप कछावा
prkrtm36@gmail.com
7000561914
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