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man mai vichar aate hai, thoughts come to mind


 मन में ना -ना प्रकार के, विचार आते है
अन्दर ही अन्दर, ये झिंझोड़ जाते है 
ना जाने क्यों ये मन, हो जाता है उदास 
कि जिधर देखो ऊधर ही, गम पाते है 
प्रदीप कछावा 
7000561914
prkrtm36@gmail.com 

No or no type of thoughts come in the mind
Inside, they tremble
Don't know why this mind becomes sad
Wherever you look, there you find sorrow
Pradeep Kachhawa
7000561914
prkrtm36@gmail.com

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